राजस्थान के हर शहर में बनेंगे बेटी गौरव गार्डन
जयपुर। अब राजस्थान के हर शहर में बेटियों के लिए बेटी गौरव गार्डन बनाया जायेगा। ये भी छोटे नहीं, बल्कि 5 से 7 एकड़ के होंगे। इनमें देश का नाम रोशन करने वाली उन बेटियों के फोटो के साथ उनकी खूबियां और अन्य जानकारियां देने वाली गैलेरी भी होगी, जिससे अन्य बेटियां प्रेरणा ले सकें। इसी के जरिये बेटी बचाओ का संदेश भी दिया जाएगा।
इन गार्डन की शुरुआत फिलहाल विकास प्राधिकरण वाले तीन शहरों जयपुर, जोधपुर, अजमेर के अलावा यूआईटी वाले 15 शहरों से होगी। बाद में इन्हें सभी शहरों में बनाया जाएगा। राज्य सरकार ने इस दिशा में तेजी से काम शुरू कर दिया है। सरकार ने प्रदेश में मदर मिल्क बैंक की शुरुआत करने वाले योग गुरु देवेंद्र अग्रवाल को इस काम के लिए राज्य सलाहकार नियुक्त किया है। वे इसके लिए नि:शुल्क सेवाएं देंगे।
जिम, जॉगिंग ट्रैक योगा के साथ 23 सुविधाएं मिलेंगी
यूडीएच और श्री अग्रवाल की प्लानिंग के अनुसार इन गार्डन में 23 सुविधाएं विकसित की जाएंगी। इनमें हरियाली-फूलदार एरिया, लैंड स्केप पार्क, चिल्ड्रन पार्क, सीनियर सीटिजन पार्क, हर्बल पार्क, योगा गार्डन, फ्लावर गार्डन, लॉन, साइकल ट्रैक, जॉगिंग ट्रैक, ओपन जिम, बच्चों का प्ले एरिया, एक्युप्रेशर ट्रैक, पक्षियों को दाना डालने का स्थान, कैफेटेरिया, गेम जोन, कला दीर्घा, ओपन थिएटर, वाटर पोंड, लोटन मंगरी, खेल मैदान, पार्किंग और कॉमन यूटिलिटी विकसित की जाएगी।
ग्रीन स्पेस के साथ बेटियों का गौरव भी बढ़ेगा
बेटी गौरव गार्डन का उद्देश्य केवल बेटियों का गौरव बढ़ाना है, बल्कि शहरों में बढ़ते कंक्रीट के जंगलों को कम कर हरियाली को बढ़ावा देना भी है। घटते हरित क्षेत्र को बढ़ाने के लिए इन गार्डन का क्षेत्रफल न्यूनतम 5 एकड़ रखा जाएगा। यूडीएच के संयुक्त सचिव राजेंद्रसिंह शेखावत ने बताया कि शहरी निकायों को निर्देशित कर दिया है कि उनके क्षेत्र में बेटी गौरव गार्डन के लिए जमीन चयनित करें और उसका प्रस्ताव राज्य सलाहकार और विभाग को दें। इन गार्डन में खेलकूद के साथ मनोरंजन के साधन भी होंगे।
जयपुर। अब राजस्थान के हर शहर में बेटियों के लिए बेटी गौरव गार्डन बनाया जायेगा। ये भी छोटे नहीं, बल्कि 5 से 7 एकड़ के होंगे। इनमें देश का नाम रोशन करने वाली उन बेटियों के फोटो के साथ उनकी खूबियां और अन्य जानकारियां देने वाली गैलेरी भी होगी, जिससे अन्य बेटियां प्रेरणा ले सकें। इसी के जरिये बेटी बचाओ का संदेश भी दिया जाएगा।
इन गार्डन की शुरुआत फिलहाल विकास प्राधिकरण वाले तीन शहरों जयपुर, जोधपुर, अजमेर के अलावा यूआईटी वाले 15 शहरों से होगी। बाद में इन्हें सभी शहरों में बनाया जाएगा। राज्य सरकार ने इस दिशा में तेजी से काम शुरू कर दिया है। सरकार ने प्रदेश में मदर मिल्क बैंक की शुरुआत करने वाले योग गुरु देवेंद्र अग्रवाल को इस काम के लिए राज्य सलाहकार नियुक्त किया है। वे इसके लिए नि:शुल्क सेवाएं देंगे।
जिम, जॉगिंग ट्रैक योगा के साथ 23 सुविधाएं मिलेंगी
यूडीएच और श्री अग्रवाल की प्लानिंग के अनुसार इन गार्डन में 23 सुविधाएं विकसित की जाएंगी। इनमें हरियाली-फूलदार एरिया, लैंड स्केप पार्क, चिल्ड्रन पार्क, सीनियर सीटिजन पार्क, हर्बल पार्क, योगा गार्डन, फ्लावर गार्डन, लॉन, साइकल ट्रैक, जॉगिंग ट्रैक, ओपन जिम, बच्चों का प्ले एरिया, एक्युप्रेशर ट्रैक, पक्षियों को दाना डालने का स्थान, कैफेटेरिया, गेम जोन, कला दीर्घा, ओपन थिएटर, वाटर पोंड, लोटन मंगरी, खेल मैदान, पार्किंग और कॉमन यूटिलिटी विकसित की जाएगी।
ग्रीन स्पेस के साथ बेटियों का गौरव भी बढ़ेगा
बेटी गौरव गार्डन का उद्देश्य केवल बेटियों का गौरव बढ़ाना है, बल्कि शहरों में बढ़ते कंक्रीट के जंगलों को कम कर हरियाली को बढ़ावा देना भी है। घटते हरित क्षेत्र को बढ़ाने के लिए इन गार्डन का क्षेत्रफल न्यूनतम 5 एकड़ रखा जाएगा। यूडीएच के संयुक्त सचिव राजेंद्रसिंह शेखावत ने बताया कि शहरी निकायों को निर्देशित कर दिया है कि उनके क्षेत्र में बेटी गौरव गार्डन के लिए जमीन चयनित करें और उसका प्रस्ताव राज्य सलाहकार और विभाग को दें। इन गार्डन में खेलकूद के साथ मनोरंजन के साधन भी होंगे।