राजस्थान पीसीपीएनडीटी प्रकोष्ठ का 67वॉ डिकॉय ऑपरेशन
जयपुर। राजस्थान पीसीपीएनडीटी प्रकोष्ठ ने मंगलवार को जयपुर जिले के अचरोल कस्बे में डिकॉय ऑपरेशन कर भ्रूण लिंग जांच करते हुए तथाकथित डाक्टर हरफूलसिंह व सहयोगी महिला दलाल सुशीला मीणा को गिरफ्तार किया। साथ ही मौके से सोनोग्राफी जांच हेतु काम में ली गयी नकली मशीन को भी जब्त किया।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री कालीचरण सराफ ने राज्य पीसीपीएनडीटी प्रकोष्ठ द्वारा किये गये सफल डिकॉय आपॅरेशन के लिए पूरी टीम को बधाई दी। उन्होंने आमजन से कन्या भू्रण हत्या की रोकथाम में सरकारी प्रयासों के साथ-साथ सक्रिय जनसहभागिता की अपील की।
परियोजना निदेशक पीसीपीएनडीटी श्री रघुवीर सिंह ने बताया कि कई माह से अचरोल में बंद राहुल नर्सिग होम में एक चिकित्सक द्वारा भू्रण लिंग जांच की सूचना मिल रही थी। सूचना की पुष्टि के बाद डिकॉय महिला व सहयोगी महिला को बोगस ग्राहक बनाकर मंगलवार को प्रातः भेजा गया। उन्होंने बताया कि डिकॉय महिला व सहयोगी से भ्रूण लिंग जांच हेतु 30 हजार रूपये दलाल 44 वर्षीया सुशीला मीणा ने लिए।
श्री सिंह ने बताया कि करीब एक घंटे इंतजार के बाद तथाकथित डाक्टर हरफूलसिंह आया। उन्होंने बताया कि हरफूल ने गर्भवती महिला की भू्रण लिंग जांच कर गर्भस्थ शिशु के लिंग जानकारी दी। उन्होंने गर्भपात कराने की सलाह देते हुए 30 हजार रूपये की और मांग की। टीम को इशारा मिलते ही सुशीला मीणा व आरोपी हरफूलसिंह को गिरफ्तार किया गया व काम में ली गई डिजायर गाड़ी भी जब्त कर ली गयी है।
परियोजना निदेशक ने बताया कि डिकॉय कार्यवाही में पकड़े गए हरफूल इससे पूर्व भी 7 मई 2016 को अपंजीकृत मशीन से लिंग जांच करते हुए सीकर में पकड़ा गया था।
इस डिकॉय कार्यवाही मेंं सीआई उमेश निठारवाल, सांवरमल, लालूराम, पीसीपीएनडीटी समन्वयक बाड़मेर विक्रमसिंह, सीकर नंदलाल पुनियां, जयपुर प्रथम बबीता चौधरी, मनीषा व झुंझुनूं आशा समन्वयक संजीव महला शामिल थे।