राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मण्डल द्वारा प्रदेश में ई-वेस्ट का एकत्रित करने करने के लिए ई-वेस्ट संग्रहण अभियान का संचालन किया जा रहा है। जिसका तीसरा चरण 2 मार्च, 2022 से प्रारम्भ किया गया।
प्रथम चरण
ई-वेस्ट संग्रहण अभियान का प्रथम चरण 1 जुलाई, 2021 से प्रारम्भ किया गया जो 31 अगस्त तक चला इस दौरान जयपुर, कोटा एवं उदयपुर जिले के औद्योगिक क्षेत्रों में इसका आयोजन किया गया।
प्रथम चरण में भारतीय औद्योगिक परिसंघ (C.I.I.) के सहयोग से उद्योगों में जागरूकता लाई गई। इस दौरान औद्योगिक इकाइयों से लगभग 11,000 किलोग्राम ई-वेस्ट एकत्रित किया गया था। जिसे अधिकृत रिसाइक्लिर द्वारा पर्यावरण अनुकूल विधि से प्रोसेस किया गया।
द्वितीय चरण
प्रदेश के भीलवाड़ा, जोधपुर, अलवर और भिवाड़ी में 'ई-वेस्ट संग्रहण अभियान' का दूसरा चरण 14 अक्टूबर, 2021 से 26 अक्टूबर, 2021 तक चलाया गया। चरण में औद्योगिक इकाइयों के साथ आर.डब्ल्यू.ए., वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों, बिजनेस मॉल, शॉपिंग मार्केट, कॉलोनियों आदि से ई-वेस्ट संग्रहण किया गया।
इस अभियान में स्थानीय अधिकृत डिस्मेंटलर्स / रिसाइक्लिर और आर.एल.जी. इंडिया (पी.आर.ओ) ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
तीसरा चरण
प्रदेश के अजमेर, पाली, बीकानेर, चूरू, झुंझुनूं व सीकर में मोबाइल वैन द्वारा ई-वेस्ट संग्रहण अभियान का तीसरा चरण 2 मार्च, 2022 से शुरू किया। इस चरण में मण्डल द्वारा गोदरेज के साथ मिलकर रिहायशी एवं व्यावसायिक क्षेत्रों में मोबाइल वैन का संचालन कर ई-वेस्ट का संग्रहण किया जायेगा।
राज्य के बड़े शहरों में आमजन में जागरूकता के अभाव होने के कारण अधिकतर औद्योगिक इकाइयों एवं घरों से निकलने वाला ई-वेस्ट कबाड़ी को दे दिया जाता है। इस समस्या को ध्यान में रखकर राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मण्डल ने ई-वेस्ट संग्रहण हेतु अभियान की शुरूआत की।
विगत छः माह में ई-वेस्ट संग्रहण अभियान के दो चरणों में कुल 77,000 किलो (77 मीट्रिक टन) ई-वेस्ट का संग्रहण किया जा चुका है।