- 1 अप्रैल 2022 से प्रारंभ होगा, यह एक पंचवर्षीय कार्यक्रम है।
- इसका मुख्य उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र संघ की गाइडलाइंस के अनुसार 2030 तक देश के 15 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के सभी महिला एवं पुरुषों को साक्षर बनाना है।
- प्रदेश में बालिका, महिला, दलित, आदिवासी, पिछड़ों, दिव्यांग, अल्पसंख्यकों एवं वंचित वर्गों को प्राथमिकता दी जाएगी।
- प्रथम चरण में 15 से 35 आयु वर्ग के असाक्षर नागरिकों को साक्षर बनाने पर ध्यान दिया जाएगा।