1. आदिकाल
2. भक्तिकाल
3. रीतिकाल
4. आधुनिक काल
उत्तर- 2
व्याख्या: हिन्दी साहित्य का स्वर्ण युग भक्तिकाल अथवा मध्यकाल (1350 ईस्वी से 1650 ई.) को कहा जाता है।
इस काल में सदियों से चली आ रही रीतियों को तोड़ने के लिए आत्म चेतना के प्रेरक और समाज सुधारक कवियों का उदय हुआ।
रामानंद, रामानुजाचार्य, वल्लभाचार्य, कबीर, सूर, तुलसी, जायसी, मीरां, दादू दयाल, रैदास, रसखान, रहीम आदि कवि हुए।