करीब एक दशक पहले तक कुपोषण से मौतों को लेकर देशभर ने सुर्खियों में रहे बारां ने 100 फीसदी गर्भवतियों में खून की कमी दूर कर दी और मां कार्यक्रम से 100 फीसदी परामर्श किया है। इसका मुखद परिणाम यह रहा है कि नीति आयोग की ओर से 112 आशान्वित जिलों की किंग में बारां स्वास्थ्य और सुपोषण में देश में पहले नंबर पर पहुंच गया है।
साथ ही उसने शिक्षा में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। गरीब और आर्थिक रूप से पिछड़े तबके को बड़ा संबल मिला है। कलेक्टर राजेंद्र विजय का कहना है कि जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं एवं शिक्षा क्षेत्र में विभिन्न तरह के नवाचार, नीति आयोग की ओर से जारी इंडीकेटर्स की प्रभावी मॉनिटरिंग जिले ने लक्ष्य हासिल किया है।