- चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने 03 अगस्त, 2021 को प्रिवेंटिव ऑन्कोलॉजी मोबाइल वैन का शुभारंभ किया।
- कैंसर का अर्ली डिटेक्शन (जल्द पहचान) नहीं होना भी कैंसर रोगियों की बढ़ती संख्या की वजह है। जयपुर के स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट से ऑनलाइन जुड़ी यह वैन प्रदेश के सुदूर गांवों में जाकर मरीजों की जांच करेगी और रिपोर्ट भी उसी समय उपलब्ध कराएगी।
- देश में महिलाओं में स्तन एवं सर्वाइकल कैंसर और पुरुषों में सिर एवं फेफड़ों के कैंसर आम हैं। अर्ली डिटेक्शन से 90 प्रतिशत से अधिक कैंसर रोगियों का पूर्ण उपचार संभव है।
- यह वैन राजस्थान राज्य विद्युत प्रसारण लिमिटेड के सीएसआर फंड से प्राप्त हुई है।
- वैन में मेमोग्राफी मशीन, डिजिटल एक्स-रे, कोलपोस्कॉपी, पैप स्मीयर तथा सिर और गर्दन के परीक्षण के लिए वीडियो एन्डोस्कोपी की सुविधाएं उपलब्ध है।
- राजस्थान में अब तक कोई प्रिवेंटिव ऑन्कोलॉजी यूनिट नहीं थी। इससे प्रिवेंटिव प्रोग्राम को बढ़ावा मिलने के साथ-साथ कैंसर के बारे जागरूकता पैदा करने और मरीजों को घर-घर तक जांच सुविधाएं मुहैया कराने में मदद मिलेगी।
- यह वैन टेली कंसल्टेशन की सुविधा भी उपलब्ध कराएगी।
- चिकित्सा मंत्री ने प्रदेश के सभी संभागों में ऐसी वैन उपलब्ध कराने के लिए आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए।