राजीव गांधी जल संचय योजना का शुभारंभ 20 अगस्त, 2019 को मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने किया। इस योजना का मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित हैं-
जल संरक्षण के प्रति जागरूकता पैदा करना।
विभिन्न वित्तीय संसाधनों का कन्वर्जेंस कर परम्परागत पेयजल/जल स्रोतों को पुनर्जीवित करना, नवीन जल स्रोतों का निर्माण करना एवं जल संरक्षण व वर्षा जल संग्रहण संरचनाओं की गतिविधियों का प्रभावी क्रियान्वयन।
गांवों में पेयजल की कमी को दूर करने हेतु पीने का पानी गांव/गांवों के नजदीक उपलब्ध करवाने के प्रयास करना।
भू-जल स्तर में वृद्धि करना एवं गिरते भू-जल के स्तर में कमी करना।
वर्षा जल संग्रहण एवं संरक्षण कर सिंचित एवं कृषि योग्य क्षेत्रफल को बढ़ाना।
सघन वृक्षारोपण कर राज्य में हरित क्षेत्र को बढ़ाना।
अभियान का कार्य क्षेत्र:
सम्पूर्ण राजस्थान प्रदेश रहेगा।
कार्य अवधि
- प्रत्येक चरण की कार्य अवधि 2 वर्ष रहेगी।
- योजना हेतु ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग प्रशासनिक विभाग एवं जलग्रहण विकास एवं भू संरक्षण विभाग रहेगा।
- जिला कलेक्टर योजना के क्रियान्वयन हेतु नोडल अधिकारी रहेंगे।