प्रदेश में मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में महिलाओं एवं बालिकाओं के सर्वांगीण विकास, सुरक्षा एवं उन्हें सशक्त बनाने के लिए बेहतर कार्य किए जा रहे हैं। महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए उनकी पहल पर 1000 करोड़ रुपए की राशि से 'इंदिरा महिला शक्ति निधि' का गठन किया गया है। इस निधि के माध्यम से प्रदेश की महिलाओं को उद्योग लगाने, कौशल विकास के लिए प्रशिक्षण प्रदान करने, शिक्षा एवं पीड़ित महिलाओं के पुर्नवास आदि प्रमुख कार्य किए जा रहे हैं। इससे प्रदेश की महिलाओं को अधिकारों के प्रति जागरूक करने और उन्हें सशक्त बनाने में राज्य सरकार उल्लेखनीय भूमिका निभा रही है।
इंदिरा महिला शक्ति प्रशिक्षण एवं कौशल संवर्धन योजना
वर्तमान में सभी क्षेत्रों में कम्प्यूटर का उपयोग बढ़ रहा है। ऐसे में प्रदेश की महिलाओं की उद्योग, व्यापार एवं वाणिज्य में भागीदारी बढ़ाने के लिए उन्हें भी कम्प्यूटर में वित्तीय लेखांकन में प्रशिक्षित किया जाना बहुत आवश्यक है। इस निधि से प्रदेश में महिलाओं को कम्प्यूटर में प्रशिक्षित करने के लिए इंदिरा महिला शक्ति प्रशिक्षण एवं कौशल संवर्धन योजना शुरू की गई है। योजना के अंतर्गत राजस्थान नॉलेज कॉर्पोरेशन लिमिटेड के माध्यम से राजस्थान स्टेट सर्टिफिकेट इन फाइनेंसियल अकाउंटिंग (RS-CFA) का नि:शुल्क प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। जिससे महिलाएं एवं बालिकाएं कम्प्यूटर पर टेली सॉफ्टवेयर पर कार्य करने के कौशल में कुशल बन रही है एवं वाणिज्य के क्षेत्र में रोजगार एवं स्वरोजगार के अवसर प्राप्त कर रही है।
कम्प्यूटर पर अकाउंटिंग का प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली महिला की उम्र 16 से 40 वर्ष के बीची होनी चाहिए और शैक्षणिक योग्यता 12वीं पास है।
RS-CFA कोर्स के लिए प्रशिक्षण की इच्छुक महिला एवं बालिकाओं द्वारा आवेदन करने के लिए विभागीय वेबसाइट https://www.rkcl.in से डाउनलोड किया जा सकता है।
आवेदन ई-मित्र केन्द्र के माध्यम से या स्वयं द्वारा ऑनलाइन भर सकते हैं। योजना की अधिक जानकारी विभागीय वेबसाइट https://wcd.rajasthan.gov.in/
प्रदेश की महिलाओं के उत्थान के लिए मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने समय की मांग के अनुसार उन्हें कम्प्यूटर में प्रशिक्षित करने के लिए नि:शुल्क प्रशिक्षण की शुरूआत की है। जिससे वे विभिन्न प्रकार के कोर्स का प्रशिक्षण प्राप्त कर कम्प्यूटर में पारंगत हो रही हैं। इससे उनके लिए इस क्षेत्र में रोजगार के बेहतर अवसर मिल रहे हैं।