- भारत में राज्य का मुखिया मुख्यमंत्री होता है और वही राज्य की शासन व्यवस्था देखता है। कई राज्यों के ऐसे मुख्यमंत्री हुए हैं जिन्हें जनता का खूब साथ मिला है और उन्होंने सबसे अधिक समय तक राज्य में मुख्यमंत्री के पद को शोभित किया है। इन ही मुख्यमंत्रियों में सबसे ऊपर है सिक्किम के 68 वर्षीय मुख्यमंत्री पवन चामलिंग, जो सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (एसडीएफ) के संस्थापक अध्यक्ष हैं।
पांच बार बंगाल के सीएम बने थे बासु
- बता दें कि सिक्किम के मुख्यमंत्री पवन चामलिंग से पूर्व पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री और सीपीआई (एम) के नेता ज्योति बासु भी लगातार पांच बार पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री रहे थे। वे 21 जून, 1977 को सत्ता में आए थे। इसके बाद 6 नवंबर, 2000 तक वे सत्ता में रहे।
- लगभग 23 साल तक वह मुख्यमंत्री रहे और साल 2000 में स्वास्थ्य कारणों से उन्होंने शासन की बागडोर बुद्धदेब भट्टाचार्य को सौंप दी थी। बासु की मृत्यु 95 साल की उम्र में साल 2010 में हुई थी।
- उनके इस रिकॉर्ड को पवन चामलिंग ने तोड़ दिया है और वह सिक्किम के मुख्यमंत्री पद पर लगातार 25 साल से अधिक का समय हो गया है। सिक्किम के मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने पहली बार 12 दिसंबर, 1994 को शपथ ग्रहण की थी।
पवन चामलिंग का राजनैतिक कॅरियर
- 22 सितंबर, 1950 को दक्षिणी सिक्किम के यांगांग में जन्मे पवन चामलिंग ने हाईस्कूल के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी। उनकी मां का नाम आशा रानी चामलिंग जबकि पिता का नाम आश बहादुर था।
- उन्होंने 32 साल की उम्र में राजनीति में कदम रखा। नार बहादुर भंडारी के कार्यकाल में उन्होंने 1989 से 1992 तक उद्योग, सूचना और जन संचार मंत्री के रूप में काम किया। हालांकि सिक्किम में लगातार जारी राजनीतिक उथल-पुथल के बीच उन्होंने 1993 में एसडीएफ का गठन किया।