जयपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को राजस्थान के बाड़मेर जिले के पचपदरा में देश की पहली इको-फ्रेंडली रिफाइनरी के कार्य का शुभारंभ किया. इस कार्यक्रम के दौरान राज्य की सीएम वसुंधरा राजे और केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के अलावा केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री और बीकानेर से सांसद अर्जुन राम मेघवाल, गजेंद्र सिंह शेखावत, पीपी चौधरी मौजूद रहे. केंद्र सरकार के उपक्रम और राज्य सरकार के साझा प्रयासों से बनने वाली ये रिफाइनरी 4 वर्षों में बनेगी. इस अवसर पर राज्यपाल श्री कल्याण सिंह, केन्द्रीय पेट्रोलियम मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान एवं माननीय मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे भी उपस्थित रहें।
रिफाइनरी के मुख्य बिन्दु-
रु 43,129 करोड़ का प्रदेश का अब तक का सबसे बड़ा निवेश
प्रदेश को होगी रु 34,000 करोड़ की अतिरिक्त आय
देश की सबसे आधुनिक रिफाइनरी
पब्लिक सेक्टर में देश का पहला इंटिग्रेटिड रिफाइनरी व पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स
प्लास्टिक, फाइबर, पेन्ट, रबर जैसे अनेकों सहायक उद्योगों का होगा विकास
प्रदेश में पैदा होंगे कई हज़ार नए रोज़गार
सभी स्वीकृतियां व पूरी तैयारी के साथ काम शुरू
वर्ष 2022-23 तक हो जाएगी रिफाइनरी तैयार
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बाड़मेर के बारे में निम्न तथ्य कहे -
बाड़मेर रिफाइनरी परियोजना की सभी मंजूरियां हासिल कर ली गई हैं, काम पहले दिन से ही शुरू होगा।
देश का लगभग 25 प्रतिशत क्रूड आयल बाड़मेर की बेसिन से आता है, यहां रिफाइनरी लगाना लाभदायक
2013 में पूर्व सरकार के पास ना हाथ में जमीन थी, ना परियोजना की कोई फिजीबलिटी रिपोर्ट बनी थी।
पूर्व सरकार द्वारा स्टेचुयटरी मंजूरियों को हासिल करना तो दूर, उसके लिए आवेदन तक नहीं किया
बाड़मेर रिफाइनरी की प्रतिवर्ष क्रूड शोधन क्षमता 90 लाख टन है।
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