स्वराज संदेश संवाद यात्रा Svaraj Sandesh Sanvad Yatra 11 सितंबर, 2022 को विनोबा भावे की जयंती पर बांसवाड़ा से शुरू हुई।
- समापनः गांधी जयंती पर 2 अक्टूबर को जयपुर में स्वराज संदेश आग्रह सम्मेलन के साथ होगा।
- विनोबा भावे ने स्वराज यात्रा के दौरान स्वराज आंदोलन में वागड़ के 31 गांव ग्रामदानी बने, जहां पर आज भी स्वराज की परम्पराओं का पालन होता है। उनका उद्देश्य था कि गांव में किसान परंपरागत खेती करें, बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले, गांव का अनाज गांव में एकत्र हो तथा वहां के ग्रामवासियों के काम आए। वाग्धारा की स्वराज सन्देश संवाद यात्रा का भी यही उद्देश्य है कि परंपरागत खेती को बढ़ावा मिले, ग्राम स्तर पर बच्चों को सही शिक्षा के साथ-साथ उनके अधिकार सुरक्षित रहें और खाद्य का स्वराज स्थापित हो।
स्वराज संदेश संवाद यात्रा
September 21, 2022
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