
कोरोना वायरस के कहर से पूरे देश में लॉकडाउन जारी है, जिसका लोगों से पालन करवाने के लिए पुलिस अपना कर्त्तव्य निभा रही है। परंतु इस बीच पंजाब से एक दुख भरी खबर आई, जिसने सबको सहमा दिया। दरअसल, रविवार को पंजाब के पटियाला में लॉकडाउन का पालन करा रही पुलिस की टीम पर हमला हुआ, जिसमें निहंगों के हमले से एक सहायक उपनिरीक्षक का हाथ कट गया है। पुलिस टीम पर हमला करने और सहायक उपनिरीक्षक (एएसआई) के हाथ काटने के मामले में राज्य के एक गुरुद्वारे से पांच निहंग सिख समेत सात लोगों को को गिरफ्तार कर लिया गया। इस घटना में दो अन्य पुलिसवाले को भी चोटें आई हैं।
तो आइए जानते हैं क्या था पूरा मामला
अधिकारियों की मानें तो सात में से पांच वे लोग हैं, जो रविवार तड़के पटियाला की सब्जी मंडी के बाहर हुए हमले में शामिल थे। लॉकडाउन के कारण पुलिस ने मंडी के बाहर अवरोधक लगाए थे और लोगों से कर्फ्यू पास दिखाने के लिए कह रहे थे। पुलिस ने बताया कि चार-पांच 'निहंगों' (कृपाण रखने वाले और नीली लंबी कमीज पहनने वाले सिख) का एक समूह एक वाहन में यात्रा कर रहा था और मंडी के अधिकारियों ने सुबह करीब सवा छह बजे सब्जी बाजार के पास उन्हें रुकने के लिये कहा।
कर्फ्यू पास दिखाने को कहा तो तलवार से हमला
पटियाला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनदीप सिंह सिद्धू ने कहा, 'उनसे (कर्फ्यू) पास दिखाने को कहा गया, लेकिन उन्होंने अपनी गाड़ी से दरवाजे और वहां लगाए गए अवरोधकों पर टक्कर मार दी।' उन्होंने कहा कि इसके बाद इन लोगों ने ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया। उनमें से एक निहंग ने तलवार से एक सहायक उप निरीक्षक (एएसआई) का हाथ काट डाला गया। पटियाला सदर थाने के प्रभारी की कोहनी में चोट आई है, जबकि एक अन्य पुलिस अधिकारी की बांह में भी इस हमले में चोट आई है। एएसआई को राजेंद्र अस्पताल ले जाया गया जहां से उसे पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ के लिए रेफर कर दिया गया।
हमले के बाद गुरुद्वारा में जा छिपे
पुलिस ने बताया कि हमला करने के बाद हमलावर पास के बलबेरा गांव में फरार हो गए और एक गुरुद्वारे में छिप गए। जिसके बाद उन्हें वहां के गुरुद्वारे से गिरफ्तार कर लिया गया। मनदीप सिद्धू के नेतृत्व में पुलिस की कई टीमों को परिसर से निहंगों को बाहर निकालने के लिए तैनात किया गया। साथ ही बताया कि गुरुद्वारा के आस-पास लोगों की आवाजाही रोक दी गई थी।
पीजीआई निदेशक ने बताया कि दो वरिष्ठ सर्जनों ने सर्जरी शुरू कर दी है जो अपना सर्वश्रेष्ठ देंगे। हम सभी उनके पूर्ण स्वस्थ होने की वाहेगुरु से प्रार्थना कर रहे हैं।' यह वारदात तब हुई जब कोरोना वायरस के प्रकोप के मद्देनजर राज्य में पाबंदियां लागू हैं।
निहंग कौन होते हैं
सिखों में निहंग का मतलब है जो 'निर्भय' हो। ऐसा सिख जो सांसारिक वस्तुओं न जुड़ा होगा। निहंगों की पहचान ये होती है कि वो नीले रंग के कपड़े पहनते हैं और सर पर एक फीट ऊंची पगड़ी बांधते हैं, जिसके सबसे ऊपर दुमाला लगी होती है। ये हमेशा हथियारों से लैस होते हैं जिनमें चक्र या खंडा जैसे हथियार प्रमुख हैं। इनके अलावा ये हमेशा खंजर, चाकू और अलग-अलग आकार की तलवारें (किरपान) और लोहे की चेन से भी सुसज्जित रहते हैं। कुल मिलाकर निहगों का लिबास सिखों में पूरी तरह से अलग नजर आता है। गुरु गोबिंद सिंह के एक परम अनुयायी बंदा बहादुर ने भी इसी लिबास को अपनाया था, जिन्हें सिख योद्धा-सेनापति का दर्जा प्राप्त है।
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