नोबेल पुरस्कार विजेता रसायनज्ञ और पर्यावरण वैज्ञानिक मारियो जोस मोलिना की 19 मार्च, 2023 को 80वीं जयंती है। उन्हें गूगल ने डूडल के माध्यम से याद किया है। डूडल के माध्यम से बताया गया है कि ‘Google’ के एक ‘O’ को O3 लिखा गया है, जो ओजोन की आणविक संरचना है, जबकि दूसरे ‘O’ को सूर्य की तस्वीर से बदल दिया गया है।
वर्ष 1974 में मारियो मोलिना और शेरवुड रोलैंड ने CFC-ozone depletion theory दी। उन्होंने बताया किया कि क्लोरोफ्लोरोकार्बन गैसें, फ्रीऑन, वायुमण्डल में ओजोन पर हानिकारक प्रभाव डालती हैं। फ्रीऑन के कई उपयोग थे, जिनमें एयरोसोल स्प्रे कैन में प्रोपेलेंट और रेफ्रिजरेटर में रेफ्रिजरेंट शामिल थे। फ्रीऑन के उपयोग को सीमित करके ओजोन परत की कमी को धीमा कर दिया गया है।
उन्होंने अपने कुछ सहयोगियों के साथ किए गए शोधों को विज्ञान पत्रिका नेचर में प्रकाशित करवाया। इसमें उन्होंने बताया कि कैसे सीएफसी ओजोन को नुकसान पहुंचा रही है। इस शोध पत्र के लिए उन्हें वर्ष 1995 में रसायन विज्ञान का नोबेल पुरस्कार से शेरवुड और पॉल क्रुटजन के साथ सम्मानित किया गया।
उनके इस शोध को आधार मानकर वर्ष 1987 में मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल के रूप में जाने-जाने वाले अंतर्राष्ट्रीय समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। यह संधि, जिसने कई ओजोन-क्षयकारी रसायनों के उत्पादन पर प्रतिबंध लगा दिया था।
मारियो मोलिना सेंटर, मैक्सिको में एक प्रमुख शोध संस्थान है, जो कई विषयों पर अपने शोध करता है।
जीवन परिचय
डॉ. मारियो जोस मोलिना हेनरिक्ज का जन्म मैक्सिको सिटी में 19 मार्च, 1943 को हुआ। उनका विज्ञान के प्रति लगाव बचपन से ही था। जब वे छोटे थे, तब ही उन्होंने अपने खिलौना माइक्रोस्कोप के माध्यम से छोटे सूक्ष्मजीवों का अध्ययन करने के लिए अपने बाथरूम को साइंस लैब में बदल दिया था।
उनका निधन कोरोना काल में 07 अक्टूबर, 2020 को दिल का दौरा पड़ने से हो गया।