आज कॉफी लवर्स दुनिया के हर कोने में मिल जाएंगे। इनमें से कुछ वे हैं जो एस्प्रेसो पसंद करते हैं।
आज 6 जनू, 2022 को एंजेलो मोरियोनडो की 171वीं जयंती पर गूगल ने डूडल बनाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है। इस डूडल को ओलिविया व्हेन ने बनाया है। मोरियोनडो कॉपी बनाने की मशीन एस्प्रेसो के जनक है।
जीवनी
एंजेलो मोरियोनडो का जन्म 6 जून, 1851 को इटली के ट्यूरिन में हुआ था। उनके दादा एक शराब कंपनी के मालिक थे। जब उनके पिता ने इस कंपनी को संभाला तो उन्होंने अपने भाइयों के साथ 'मोरियोंडो और गैरीग्लियो' नामक चॉकलेट कंपनी की शुरूआत की। एंजेलो भी इसी व्यवसाय से जुड़ गए। उन्होंने दो प्रतिष्ठान खरीदे। पहला शहर के केन्द्र पियाजा कार्लो फेलिस में ग्रैंड होटल लिगुर और दूसरा गैलेरिया नाजियोनेल में अमेरिकन बार वाया रोमा।
कॉपी मशीन का आविष्कार
एंजेलो ने इसी दौरान इटली में कॉफी की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए सोचा कि क्यों न ऐसी कुछ किया जाए की वह अधिक से अधिक ग्राहकों तक अपनी कॉफी सर्व कर सके, और वह अपने प्रतिस्पर्धियों को पीछे छोड़ सके।
बस यहीं से शुरू हुआ कॉफी मशीन के निर्माण का सिलसिला। उन्होंने ही सर्वप्रथम 1884 ई. में कॉफी बनाने की मशीन एस्प्रेसो का आविष्कार किया था। ट्यूरिन के जनरल एक्सपो में अपनी एस्प्रेसो मशीन की शुरूआत की, जहां उसे कांस्य पदक मिला था।
इस मशीन में कॉफी बनाने के लिए भाप और उबलता हुआ पानी का उपयोग होता है। उनकी एस्प्रेसो मशीन में एक बड़ा बॉयलर था। गर्म पानी को कॉफी बेड की तरफ फोर्स से भेजता है। वहीं, दूसरा बॉयलर भाप पैदा करता है जिससे कॉफी बनने में मदद मिलती है।