मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा प्रदेश में मौजूद बहुमूल्य खनिज सम्पदा का वैज्ञानिक तरीकों से दोहन करने के लिए 'राजस्थान स्टेट मिनरल एक्सप्लोरेशन ट्रस्ट' का गठन किया गया है।
इस ट्रस्ट के माध्यम से प्रदेश में उपलब्ध खनिज भण्डाराें की वैज्ञानिक तरीके से खोज व खनन में आधुनिक तकनीक का उपयोग करना, रिसर्च, कौशल विकास व राजस्व बढ़ोतरी के उद्देश्य से इससे जुड़ी गतिविधियों के बेहतर संचालन और मॉनिटरिंग करना है।
प्रदेश में जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इण्डिया ने अपनी रिपोर्ट में जैसलमेर में सीमेंट ग्रेड लाइमस्टोन के विशाल भण्डारों की संभावना जताई है। इस रिपोर्ट में जैसलमेर के चार ब्लॉकों में 315.235 मिलियन टन सीमेंट ग्रेड लाइमस्टोन के भण्डार मौजूद है।
राज्य के बांसवाड़ा व राजसमंद में मैंगनीज के विशाल भण्डार मिले हैं। मैंगनीज का मिश्र धातु के रुप में स्टील, ग्लास, टैक्सटाइल, फर्टिलाइजर, पशुआहार, केमिकल उद्योग, बैटरी सहित अनेक उद्योगों में होता है।
नागौर-गंगानगर बेसिन के बीकानेर और हनुमानगढ़ जिले के सतीपुरा, जैतपुरा, भारुसरी और लखासर में 2400 मिलियन टन पोटाश के भण्डार मिले हैं।
बीकानेर के छोटी व बड़ी नाल में करीब 500 हैक्टेयर एरिया में बाॅल क्ले और सिलिकोन उपलब्ध है।
बांसवाड़ा जिले में घाटोल क्षेत्र में कालाखूंटा, तामेसरा और रुपाखेडी सहित करीब 24 वर्ग किलामीटर बेल्ट में मैंगनीज के विशाल भण्डार खोजे गए हैं।
कालाखूंटा में मैंगनीज की खान में खनन कार्य हो रहा है।