- दुनिया के हर क्रिकेट प्रेमी को अब 30 मई का बेसब्री से इंतजार है, हो क्यों नहीं आखिर इस दिन से 12वें आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 2019 (ICC World Cup 2019) का रोमांच शुरू हो जाएगा। खेल के इस महाकुंभ का आयोजन क्रिकेट कर जन्म स्थली इंग्लैण्ड द्वारा किया जाएगा। वैसे तो हर खेल संभावनाओं के साथ शुरू होता है, लेकिन विजेता का पता तो अंतिम दिन ही चल पाता है।
- क्रिकेट दुनिया भर के प्रमुख खेलों में से एक है। क्रिकेट विश्व कप जीतना हर देश का ख्बाव रहता है। ऐसे में हर खिलाड़ी अपना बेहतर खेलना चाहता है, जिससे उसका देश विजेता बने। वैसे तो इस खेल को लेकर भविष्यवाणी करना अभी जल्दबाजी होगा कि कौन विजेता होगा, फिर भी जिन देशों का हाल का प्रदर्शन देखे तो उनमें से एक विजेता बन सकता है। इन टीमों में भारत, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैण्ड, दक्षिणी अफ्रीका, न्यूजीलैण्ड और पाकिस्तान आदि देशों में से कोई भी हो सकता है।
आइए जानते हैं, 1975 से लेकर 2015 तक हुए विश्व कप के फाइनल्स में अपने देश को जीत दिलाने में कौन रहा नायक?
1975 का पहला विश्वकप और वेस्टइंडीज के क्लाइव लॉयड बने जीत के नायक
- क्रिकेट का पहला आयोजन इंग्लैण्ड में हुआ था। 1975 विश्व कप के फाइनल मैच में वेस्टइंडीज के कप्तान क्लाइव लॉयड ने अपनी टीम के लिए पहले 102 रन की शतकीय पारी खेली, फिर गेंदबाजी में 38 रन देकर एक विकेट लेकर ऑस्ट्रेलिया पर 17 रनों की जीत दिलाई। उनके ऑलराउंडर प्रदर्शन के लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच का खिताब अपने नाम किया।
- वेस्टइंडीज क्रिकेट विश्व कप जीतने वाला पहला देश बना।
1979 के विश्व कप में विव रिचर्ड्स बने जीत के हीरो
- 1979 विश्व कप के फाइनल मैच में विव रिचर्ड्स ने अपनी टीम के लिए नाबाद 138 रन की पारी खेली और मैन ऑफ द मैच का खिताब भी अपने नाम किया। वेस्टइंडीज ने लगातार दूसरी बार विश्व कप ट्रॉफी इंग्लैंड को 92 रनों से हराकर अपने नाम की।
मोहिंदर अमरनाथ बने 1983 के विश्व कप फाइनल के हीरो
- 1983 विश्व कप के फाइनल मैच में मोहिंदर अमरनाथ ने अपनी टीम के लिए अच्छी गेंदबाजी करते हुए 12 रन देकर 3 विकेट लिए और साथ में 26 रन की पारी भी खेली। भारत ने यह मैच वेस्ट इंडीज़ से 43 रन से जीता। इस मैच में बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर मोहिंदर अमरनाथ को मैन ऑफ द मैच ke खिताब से नवाज़ा गया। 1983 में कपिल देव की कप्तानी में भारत पहली बार आईसीसी क्रिकेट विश्व कप विजेता बना।
डेविड बून बने 1987 के विश्व कप फाइनल के हीरो
- 1987 विश्व कप के फाइनल मैच में डेविड बून ने अपनी टीम के लिए बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 75 रन की पारी खेली। डेविड बून को इस पारी के लिए मैन ऑफ द मैच का खिताब दिया गया। 1987 में ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को 7 रनों से हराकर पहली बार आईसीसी क्रिकेट विश्व कप जीता।
1992 के विश्व कप में वसीम अकरम बने पाक की जीते के हीरो
- 1992 विश्व कप के फाइनल मैच में वसिम अक्रम ने अपनी टीम के लिए अच्छी गेंदबाजी करते हुए 49 रन देकर 3 विकेट लिए और साथ में 33 रन की पारी भी खेली। वसीम अकरम को मैन ऑफ द मैच के खिताब से नवाजा गया। 1992 में पाकिस्तान ने इंग्लैंड को 22 रनों से हराकर पहली बार आईसीसी क्रिकेट विश्व कप जीता।
अरविंद डि सिल्वा के ऑलराउण्डर प्रदर्शन से 1996 के विश्व कप विजेता बना श्रीलंका
- 1996 विश्व कप के फाइनल मैच में अरविंद डि सिल्वा ने अपनी टीम के लिए नाबाद शतकीय 107 रन की पारी खेलते हुए 42 रन देकर 3 विकेट लिए और मैन ऑफ द मैच का खिताब भी अपने नाम किया। 1996 में श्रीलंका ने ऑस्ट्रेलिया को 7 विकेट से हराकर पहली बार आईसीसी क्रिकेट विश्व कप जीता।
शेन वॉर्न बने 1999 के विश्व कप फाइनल के हीरो
- 1999 विश्व कप के फाइनल मैच में शेन वॉर्न ने अपनी टीम के लिए बेहतरीन गेंदबाज़ी का प्रदर्शन करते हुए 42 रन देकर 3 विकेट लिए और मैन ऑफ द मैच का खिताब भी अपने नाम किया। 1999 में ऑस्ट्रेलिया ने पाकिस्तान को 8 विकेट से हराकर दूसरी बार आईसीसी क्रिकेट विश्व कप जीता।
रिकी पोंटिंग बने 2003 के विश्व कप फाइनल के हीरो
- 2003 विश्व कप के फाइनल मैच में रिकी पोंटिंग ने अपनी टीम के लिए बेहतरीन कप्तानी एवं बल्लेबाज़ी का प्रदर्शन करते हुए नाबाद 140 रन बनाये और मैन ऑफ द मैच का खिताब भी जीता| 2003 में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 125 रन से हराकर तीसरी बार आईसीसी क्रिकेट विश्व कप जीता।
एडम गिलक्रिस्ट 2007 में बने विश्व कप फाइनल के हीरो
- 2007 विश्व कप के फाइनल मैच में ऑस्ट्रेलिया के विकटकीपर और बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट ने अपनी टीम के लिए शानदार बल्लेबाज़ी का प्रदर्शन करते हुए श्रीलंका के खिलाफ 149 रन बनाए और विकेटकीपिंग करते हुए 3 महत्वपूर्ण कैच भी पकड़े। वे जीत के नायक बने और मैन ऑफ द मैच का खिताब अपने नाम किया। 2007 में ऑस्ट्रेलिया ने श्रीलंका को डकवर्थ लुईस नियम के तहत 125 रन से हराकर चौथी बार आईसीसी क्रिकेट विश्व कप अपने नाम किया।
महेंद्र सिंह धोनी – 2011
- 2011 विश्व कप के फाइनल मैच में महेंद्र सिंह धोनी ने अपनी टीम के लिए बेहतरीन कप्तानी एवं बल्लेबाज़ी का प्रदर्शन करते हुए नाबाद 91 रन बनाये एवं विकेटकीपिंग करते हुए 1 रन-आउट और 1 महत्वपूर्ण कैच भी पकड़ा। महेंद्र सिंह धोनी ने मैच की आखरी गेंद पर छक्का मारकर मैच भारत की झोली में डाल दिया। महेंद्र सिंह धोनी ने अपने बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर मैन ऑफ द मैच का खिताब अपने नाम किया। 2011 में भारत श्रीलंका को 6 विकेट से हराकर दूसरी बार आईसीसी क्रिकेट विश्व कप जीतने वाला देश बना।
जेम्स फॉल्कनर – 2015
- 2015 विश्व कप के फाइनल मैच में जेम्स फॉल्कनर ने अपनी टीम के लिए बेहतरीन गेंदबाज़ी का प्रदर्शन करते हुए 36 रन देकर 3 विकेट लिए। जेम्स फॉल्कनर ने अपने बेहतरीन गेंदबाज़ी के दम पर मैन ऑफ द मैच का खिताबजीता। 2015 में ऑस्ट्रेलिया नूज़ीलैण्ड को 7 विकेट से हराकर पाँचवीं बार आईसीसी क्रिकेट विश्व कप जीतने वाला देश बना।